देहरादून के सिख समाज ने भाजपा समर्थित और उनके पदाधिकारियों द्वारा सनराइज होटल, देहरादून में आयोजित “पंजाबी एवं सिख समाज सम्मेलन” का बहिष्कार कर यह स्पष्ट संदेश दिया है कि भारतीय जनता पार्टी सिखों को “Take it for Granted” न समझे। उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव से पहले सिख समाज ने यह निर्णय लिया है कि वह इस बार भाजपा के बहकावे और बरगलाने में नहीं आएगा।
प्रदेश अध्यक्ष करण महारा के सलाकार अमरजीत सिंह ने कहा कि 20 जनवरी को आयोजित “पंजाबी एवं सिख समाज सम्मेलन” पूरी तरह विफल रहा। भाजपा द्वारा दावा की गई 500 लोगों की भीड़ के मुकाबले कार्यक्रम में केवल 20 सिख उपस्थित थे। देहरादून जिले में 50 से अधिक गुरुद्वारा कमेटियां और सिख सामाजिक संस्थाएं हैं, लेकिन मुख्यमंत्री की मौजूदगी वाले इस कार्यक्रम में मात्र एक-दो सिख प्रतिनिधियों का आना यह स्पष्ट करता है कि सिख समाज अब भाजपा की नीतियों को समझ चुका है।भाजपा से जुड़ने के कारण सिख समाज को राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भारी नुकसान झेलना पड़ा है।