देहरादून में बन रही ग्रीन बिल्डिंग लगातार विवादों में बनी हुई है। अक्टूबर में जिस बिल्डिंग को पूरी तरह से तैयार करके सरकार को सौंपना था। अब तक उसका बेसमेंट भी तैयार नहीं हो पाया। लगातार स्थानीय विधायक खजान दास और स्थानीय निवासी यहां चल रहे काम को लेकर जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक को शिकायती पत्र दे चुके हैं। बता दें कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत देहरादून में ग्रीन बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है।
अब इस ग्रीन बिल्डिंग में एक नया मामला सामने आया है। मामला ग्रीन बिल्डिंग के अंदर लगने वाले आरएमसी प्लांट को लेकर है। दरअसल,एग्रीमेंट में साफ तौर पर यह लिखा है कि ग्रीन बिल्डिंग का काम कर रही कंपनी किसी भी तरह के हॉट मिक्सर प्लांट और आरएमसी प्लांट बिल्डिंग में नहीं लगाएगी। पहले जब कंपनी द्वारा प्लांट लगाया गया था जिला प्रशासन द्वारा इसे बंद कर दिया।
हैरानी की बात यह है कि प्रशासन ने जिस प्लांट को बंद कराया था उसी को अब फिर से लगाने की परमिशन दे दी है। अब इसे पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को भेज दिया है। उधर स्थानीय लोग लगातार इस बात का विरोध कर रहे हैं कि आसपास के क्षेत्र में न केवल बेसमेंट खोदने से खतरा बना हुआ है बल्कि इस प्लांट के लगने से आसपास के घरों में प्रदूषण भी फैल रहा है.
जबकि एग्रीमेंट की कॉपी में यह साफ लिखा है कि बिल्डिंग में किसी भी तरह के प्लांट को लगाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। बावजूद इसके आखिरकार कंपनी बाहर से माल ना मंगवाने के चक्कर में मौके पर ही प्लांट लगवाने की भरसक प्रयास में लगी है।
काम कर रही कंपनी की लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बेसमेंट खुदाई को लेकर जिला प्रशासन दो बार कंपनी के ऊपर पेनल्टी लगा चुका है। जिला खनन अधिकारी नवीन कि माने तो उनके पास परमिशन के लिए कागज आए थे। जिसमें अपनी रिपोर्ट लगाकर आगे भेज दी गई है। रही बात बेसमेंट खुदाई की तो हमारी टीम मौके पर होकर आई है जिसपर कंपनी को भुगतान के लिए नोटिस जारी किया गया है।